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Showing posts from September, 2024

काली मिर्च, ये परेशानियां हो जाएंगी खत्म - काली मिर्च के उजले गुण चौंका देंगे आपको - Black Pepper (Kali Mari).

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 अधिकतर भारतीय घरों में काली मिर्च का उपयोग मसाले के तौर पर किया जाता है। वहीं कुछ लोग काली मिर्च का काढ़ा बनाकर भी पीते हैं। काली मिर्च औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीओबेसिटी और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ये सभी गुण कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मददगार हो सकते हैं। 1. पाचन बेहतर बनाए काली मिर्च पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक करने में मदद कर सकता है। काली मिचर् में पाइपरिन होता है, जो पाचन क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। साथ ही पाचन प्रक्रिया को भी बेहतर बनाता है। इससे पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, कब्ज और अपच से छुटकारा मिल सकता है। 2.  सर्दी-जुकाम से राहत दिलाए काली मिर्च में मौजूद पाइपरिन सर्दी, जुकाम और खांसी की समस्या से भी छुटकारा दिला सकता है। काली मिर्च शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। जब इम्यूनिटी तेज होती है, तो शरीर को बैक्टीरियल और वायरस से लड़ने में मदद मिलती है। अगर आपको खांसी या जुकाम है, तो काली मिर्च का सेवन जरूर करें। 3. ओरल हेल्थ के लिए लाभकारी काली मिर्च में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण प

आंवला में कीट और रोग प्रबंधन - आंवला के फायदे, उपयोग और औषधीय गुण - एक जिला एक उत्पाद – आंवला

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 आयुर्वेद के अनुसार, आंवला एक ऐसा फल है, जिसके अनगिनत लाभ (Amla Advantages in Hindi) हैं। आंवला ना सिर्फ त्वचा, और बालों के लिए फायदेमंद है, बल्कि कई तरह के रोगों के लिए औषधि के रूप में भी काम करता है। आंवला का प्रयोग कई तरह से किया जाता है, जैसे-आमला जूस (amla juice), आंवला पाउडर (amla powder), आंवला अचार आदि। आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन, मिनरल, और न्यूट्रिएन्ट्स होते हैं, जो आंवला को अनमोल गुणों वाला बनाते हैं। आंवला क्या है? आंवला को आयुर्वेद में अमृतफल या धात्रीफल कहा गया है। वैदिक काल से ही आंवला (phyllanthus emblica) का प्रयोग औषधि के रूप में किया जा रहा है। पेड़-पौधे से जो औषधि बनती है उसको काष्ठौषधि कहते हैं और धातु-खनिज से जो औषधि बनती है उनको रसौषधि कहते हैं। इन दोनों तरह की औषधि में आंवला का इस्तेमाल किया जाता है। यहां तक कि आंवला को रसायन द्रव्यों में सबसे अच्छा माना जाता है यानि कहने का मतलब ये है कि जब बाल बेजान और रूखे-सूखे हो जाते हैं तब आंवला का प्रयोग करने पर बालों में एक नई जान आ जाती है। आंवला का पेस्ट लगाने पर रूखे बाल काले, घने और चमकदार नजर आने लगाते हैं।

औषधीय गुणों से भरपूर होती है मुल्तानी मिट्टी- औषधीय मिट्टी -त्वचा के लिए फायदेमंद होती है मुल्तानी मिट्टी, जानिए चेहरे पर

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मुल्तानी मिट्टी (Fuller's earth) एक प्रकार की औषधीय मिट्टी है। इसका उपयोग पुराने समय से बाल धोने आदि के लिये किया जाता रहा है। आधुनिक काल में भी इसे स्नान करने, फेस पैक आदि के लिये प्रयोग करते हैं। चर्मरोगों को समाप्त करने एवं त्वचा को मुलायम रखने में बहुत सहायक है।  ब्रिटेन में इसे ऊन उद्योग में प्रयोग किया जाता था। प्राचीनकाल से ही मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल रूप को निखारने के लिए किया जाता रहा है। समय भले ही बदल गया हो लेकिन मुल्तानी मिट्टी का महत्व कम नहीं हुआ आज भी इसका इस्तेमाल सौंदर्य को सँवारने के लिए किया जाता है। मुल्तानी मिट्टी त्वचा से गंदगी साफ करने के लिए बहुत कारगर है और इसके कोई साइड एफेक्ट्स भी नहीं हैं। मुल्तानी मिटटी ऑयली स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होती  है, क्योंकि इसके अंदर ऑयल को निकालने की शक्ति होती है। मुल्तानी मिट्टी स्किन के पोर्स में मौजूद ऑयल को स्किन से एलिमिनेट कर देती है, मुल्तानी मिट्टी अपने कई अनगिनत फायदों के कारण लंबे समय से स्किन केयर के लिए बड़े पैमाने पर प्रयोग की जाrती रही है। मुल्तानी मिट्टी एक तरह की नेचुरल मिट्टी है, जो सफेद या हल्के बादाम

दही का सेवन - दही के फायदे - दही के बेमिसाल फायदे - गर्मी में दही खाने के मिलते हैं - रोज सुबह नाश्ते में खाएं दही

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  भारत में किसी भी शुभ काम से पहले मीठा दही खाना शुभ माना जाता है. वहीं परीक्षा से पहले मां अपने बच्चे को दही खिलाकर भी भेजती हैं. दही का सेवन कई तरीकों से किया जाता है. दही में कई पोषक तत्व होते हैं, जो स्वस्थ रखते हैं. इसके सेवन से पेट के साथ कई अन्य बीमारियां भी दूर हो जाती हैं. तो चलिए जानते हैं, इसे खाने के फायदे... पाचन में सहायता पाचन में सुधार के लिए दही काफी फायदेमंद हैं. जिन लोगों का डाइजेशन सिस्टम कमजोर होता है, उनके लिए ये बेहद फायदेमंद है. दही को पचाना काफी आसान होता है. इम्यूनिटी बढ़ाता है दही में का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो सफेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाता है. मांसपेशियों के लिए पोषक तत्वों से भरपूर दही प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन बी 12 का उतकृष्ट स्त्रोत है. जो स्वस्थ हड्डियों और मांसपेशियों को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं. वजन घटाने में मदद करता है दही कम कैलोरी वाला भोजन है, जो वजन घटाने में मदद करता है. इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन भी होता है, जो भूख कम करने और तृप्ति बढ़ाने में मदद करता है. सूजन कम करता है दह

स्किन से लेकर सेहत तक का इलाज करती है फिटकरी - दांतों-मसूड़ों की समस्या हो - फिटकरी किस काम आती है? - क्या फिटकिरी से गोरे हो सकते हैं?

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फिटकरी के कई प्रकार हैं, जैसे पोटेशियम फिटकरी या पोटास, अमोनियम, क्रोम, सेलेनेट. आयुर्वेद में, फिटकरी (फिटकरी) का यूज भस्म (शुद्ध राख) के रूप में किया जाता है, जिसे स्फटिक भस्म कहा जाता है. स्फटिक भस्म को शहद के साथ फेफड़ों में बलगम के कम करके काली खांसी का इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता है. इसके अलावा और भी कई फायदे हैं फिटकरी के, जिसके बारे में बताने वाले हैं इससे पहले जान लेते हैं फिटकरी से जुड़ी कुछ सावधानियां. इस तरीके से खाएंगे मखाना तो गलेगी चर्बी, घटेगा बैड कोलेस्ट्रोल और पूरा दिन रहेंगे एनर्जेटिक फिटकरी से जुड़ी सावधानियां - भले ही फिटकरी के फायदे हैं ही लेकिन आप इसका नेचुरल एस्ट्रिजेंट है, जो स्किन में ड्राइनेस पैदा करती है. ज्यादा यूज करने से त्वचा रूखी पड़ सकती है. अगर आप अंडरआर्म्स जैसी नाजुक जगह लगाने पर स्किन को नुकसान पहुंच सकता है. - वहीं, इसका इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें. नहीं तो फिर जलन और स्किन में रूखापन आ जाता है.  यह पिगमेंटेशन का कारण भी बन सकता है. फिटकरी के क्या हैं फायदे - टूथपेस्ट और माउथफेश जैसी ओरल हेल्थ में इसका इस्तेमाल करने से मसूड़ों की

चेहरे पर लगाएं एलोवेरा जेल - स्किन के लिए बहुत फायदेमंद है पतंजलि एलोवेरा जेल - एलोवेरा के नौ स्वास्थ्य लाभ और चिकित्सीय उपयोग

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 चेहरे को निखारने, बेदाग और हेल्दी बनाए रखने के लिए कई तरीके हैं. हेल्दी डाइट, प्रॉपर हाइड्रेशन, साफ-सफाई, डेली स्किन केयर रूटीन फॉलो करने से चेहरे पर पॉजिटिव एफेक्ट होता है. स्किन लंबी उम्र तक स्वस्थ बनी रहती है. कुछ नेचुरल उपायों को आजमाकर भी त्वचा को स्वस्थ और जवां बनाए रख सकते हैं. इसके लिए आप एलोवेरा जेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. एलोवेरा स्किन को भरपूर पोषण देता है. नमी बनाए रखता है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं जो त्वचा की कई समस्याओं जैसे दाग-धब्बे, एक्ने, मुहांसे, इंफेक्शन आदि को दूर करते हैं. चलिए जानते हैं रात में सोने से पहले एलोवेरा लगाने से त्वचा को क्या फायदे होते हैं. रात में एलोवेरा जेल लगाने के फायदे   1. दिनभर घर से बाहर रहने पर चेहरा धूल-गंदगी से भर जाता है. ऐसे में रात में सोने से पहले इसकी सफाई बहुत जरूरी है. आप अपने चेहरे को एलोवेरा जेल से क्लीन कर सकते हैं. इसके लिए एक कटोरी में एलोवेरा जेल लें और उसमें कुछ बूंदें नारियल तेल की डालें. इसे मिक्स करके अपने स्किन पर लगाएं और मसाज करें. इससे स्किन की अंदर तक सफाई होती है. स्किन को भरपूर

सौंफ खाने के फायदे - गर्मियों में सौंफ खाएं - महिलाओं के लिए वरदान है सौंफ -

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 सौंफ के बीज पाचन में मदद करते हैं, वजन घटाने को बढ़ावा देते हैं, ब्रेन फंक्शन को बढ़ाते हैं और कई अन्य लाभ भी देते हैं. यहां जानिए कि सौंफ आपको कितने गजब के फायदे दे सकती है. This Article is From Apr 21, 2023गर्मियों में इन कारणों से करना चाहिए सौंफ का सेवन, Mind से लेकर पाचन तक को रखेगा हेल्दी, बॉडी टेंपरेचर भी करेगा कंट्रोलFennel Seeds Advantages: सौंफ के बीज पाचन में मदद करते हैं, वजन घटाने को बढ़ावा देते हैं, ब्रेन फंक्शन को बढ़ाते हैं और कई अन्य लाभ भी देते हैं. यहां जानिए कि सौंफ आपको कितने गजब के फायदे दे सकती है. सौंफ का सेवन करने के फायदे  1. बॉडी टेंपरेचर को कंट्रोल करने में मदद करता है सौंफ के सेवन के सबसे आम फायदों में से एक यह है कि ये शरीर के तापमान को कंट्रोल करने में मदद करता है. गर्म महीनों के दौरान, शरीर को ठंडा रखने और हीट स्ट्रोक को रोकने में मदद करने के लिए सौंफ के बीज एक लोकप्रिय उपाय हैं. ऐसा माना जाता है कि उनमें शीतलन गुण होते हैं जो शरीर को शांत करते हैं, सूजन को कम करते हैं और शरीर की गर्मी को कम करते हैं.   2. पाचन में सहायता करता है सौंफ के बीज अपने पाचक ग

हल्दी के फायदे - उपयोग और औषधीय गुण - हल्दी के औषधीय गुण

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 हल्दी के फायदे हल्दी, एक जीवंत और खुशबूदार मसाला है जो आमतौर पर दुनिया भर के रसोईघरों में पाया जाता है, सदियों के लिए इसके उल्लेखनीय स्वास्थ्य लाभों के लिए प्रसिद्ध है। हल्दी एक ऐसा मसाला है जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई है। यह चमकीला पीला मसाला कई पारंपरिक व्यंजनों में मुख्य है और इसे हल्दी के पौधे की जड़ों से प्राप्त किया जाता है, जिन्हें काटा जाता है, उबाला जाता है, सुखाया जाता है, और परिचित चमकीले पीले पाउडर में मिलाया जाता है। करकुमा लोंगा, इस अद्भुत मसाले का वैज्ञानिक नाम अदरक का एक करीबी रिश्तेदार है। इस लेख में, हम हल्दी के पोषण संबंधी तथ्यों और लाभों का पता लगाएंगे, साथ ही हल्दी पाउडर के विभिन्न उपयोगों और इसका सेवन करने के तरीके के बारे में भी जानेंगे। पोषण संबंधी तथ्य हल्दी के कई लाभों के बारे में जानने से पहले, आइए इसके पोषण संबंधी प्रोफाइल पर एक नज़र डालते हैं। हल्दी अक्सर दो रूपों में पाई जाती है: ताजी हल्दी की जड़ और हल्दी पाउडर। यहां इसके पोषक तत्वों की एक झलक दी गई है: करक्यूमिन: हल्दी का स्टार कंपाउंड, करक्यूमिन, इसके अधिकांश स्वास्थ्य लाभों के लिए जिम्मेदार है। यह एक